रिपोर्ट : मदन झा (गुना)
गुना । हर साल कोई न कोई प्राकृतिक आपदा किसान को आँसू बहा देती है। अभी खेतों में खड़ी फसलें पाले से प्रभावित हैं। पाले के कारण सबसे ज्यादा धनियां की फसल प्रभावित हुई हैं। इधर सरकार आपदा या विपत्ति के समय पीड़ित किसानों की मदद के लिए आगे तो आती है, परंतु यह मदद किसानों के समय, श्रम और पूँजी की बरबादी की वास्तव में भरपाई नहीं कर पाती। जिले के कई क्षेत्रों में पड़ रही तेज ठंड फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है। पाला पड़ने की वजह से धनिया की फसल अत्याधिक रूप से प्रभावित हुई है। यह ठंड लोगों को तो ठिठुरा ही रही है साथ ही फसलों पर भी कहर बरपा रही है। तीखी सर्दी की वजह से फसलों पर पाला पड़ने लगा है। कई जगह फसल बर्बाद होने की स्थिति में पहुंच गई है। दोषपुर निवासी किसान मिथुन रघुवंशी ने बताया कि उन्होने अपने खेत में धनिया बोया था लेकिन ठंड की वजह से फूल तो झड़ा ही जिस पौधे में दाना आया था वह भी काला पड़ गया है। पूरे खेत में 60 से 70% खेत कटने की स्थिति में नहीं है इसका और असर तीन-चार दिन के भीतर और दिखेगा ठंड की वजह से बर्बाद हुई धनिए की फसल से अब किसान चिंतित है ।